वर्तमान समय में धान में बालियां आने लगीं हैं। पौधे की पत्तियां, तना, गाठ व बालियों पर अनेक कीट-पतंगो के प्रकोप व बीमारियों के लक्षण दिखाई देते है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे नियमित रूप से खेतों का भ्रमण कर संभावित कीट पतंगों के प्रकोप की निगरानी करें। लक्षण दिखने पर कृषि […]
खेती की मल्चिंग विधि
महिलाओं द्वारा अब मल्चिंग विधि से सब्जी की खेती शुरू की गई है। इस विधि से सब्जी की खेती करने से उत्पादन अच्छी होगी जिससे महिलाओं की आमदनी में वृध्दि होगी। अम्बिकापुर जनपद के आदर्श गोठान सोहगा में करेला, लौकी, कद्दू आदि की खेती मलिं्चग विधि से की गई है। इस विधि से खेती के […]
चेरी की खेती और व्यापारिक लाभ
चेरी की खेती और व्यापारिक लाभ स्वाद में खट्टा-मीठा चेरी बड़े चाव से खाया जाता है। इसमें बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, बी, सी, थायमिन, नायसिन, मैगनिज, राइबोफ्लैविन पोटेशियम, कॉपर, एंटीऑक्सीडेंट, पानी, आयरन, फाइबर, फस्फोरस, बीटा-कैरोटीन और क्यूर्सेटिन आदि पाए जाते हैं। इसकी खेती यूरोप, अमेरिका, एशिया, तुर्की देशों में […]
अब पशु सखी देंगी गांव में सेवाएं…
मप्र सरकार आजीविका मिशन के माध्यम से समूह बनाकर गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने लगातार प्रयास कर रही है। नर्सरी, कुटीर उद्योग, मुर्गी पालन, भैंस पालन के अलावा अन्य क्षेत्रों का भी प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जा रहा है और गांवों में उनकी सेवाएं भी ली जा रही हैं। जिसके माध्यम से महिला सशक्तिकरण […]
खरीफ फसल : बढ़ जाता है कीट-पतंगों का खतरा…ऐसे रखें ख्याल…
खरीफ फसल : धान में बालियां आने के समय बढ़ जाता है कीट-पतंगों का खतरा…ऐसे रखें ख्याल…वर्तमान समय में धान में बालियां आने लगी है। ऐसे समय में कीट पतंगों का प्रकोप बढ़ जाता है। सरना, बासमती, जवांफूल, दुबराज, आईआर-36, गुरमटिया, मसूरी, स्वर्णा, स्वर्णा सब-1 एच.एम.टी. एमयूटी-1010, एमटीयू-1001, राजेश्वरी, सुगंधित सहित लगभग 20 हजार से […]
मिर्च की खेती…
मसालों में मिर्च का अपना ही स्थान है। बिना मिर्च के सब्जियों का जायका बिल्कुल नहीं आ सकता है। वैसे आपको बता दें कि भारत में 7,92000 हेक्टेयर में मिर्च की खेती की जा रही है। इसमें 12,23000 टन उत्पादन प्राप्त होता है। भारत में आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान […]
बांस शिल्प केन्द्र से संवर रही जिंदगी…हो रही अच्छी आमदनी
नारायणपुर जिला मुख्यालय में संचालित बांस शिल्प केन्द्र ने कई ऐसे लोगों को आसरा दिया है, जिसे माओवादियों द्वारा उनके गांव, घर से निकाल दिया गया है। घोर नक्सल प्रभावित ओरछा (अबूझमाड़) विकासखंड के ग्राम गुमियाबेड़ा में रहने वाली सीताबाई सलाम जिनके बेटे की हत्या कुछ वर्शो पहले नक्सलियों द्वारा कर दी गयी थी और […]
एकीकृत कृषि प्रणाली बनी मुनाफे वाली…आखिर क्या है एकीकृत कृषि प्रणाली…देखें पूरी जानकारी
एकीकृत कृषि प्रणाली बनी मुनाफे वाली…आखिर क्या है एकीकृत कृषि प्रणाली…देखें पूरी जानकारीखेती किसानी के लिए उपलब्ध जमीन पर एकीकृत पद्धति से कृषि कर जिले के किसान नेतराम पाटले अतिरिक्त मुनाफा कमा रहे हैं। श्री पाटले किसानी जमीन के सभी भागों का सदुपयोग कर अधिक आर्थिक लाभ की ओर बढ़ रहे हैं। विकासखड कटघोरा के […]
किसान खुद ही जांच सकते हैं उर्वरकों की गुणवत्ता… सीएफसीएल ने बताया आसान तरीका
उर्वरकों का समन्वित उपयोग कैसे करें… खरीफ मौसम समाप्ति की और है एवं आगामी दिनों में रबी की तैयारी किया जाना है, फसल उत्पादन में उर्वरकों के समन्वित उपयोग को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि उत्पादन लागत को कम किया जा सके तथा मुदा उर्वरता भी प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। रबी फसलो हेतु प्रति हेक्टेयर […]
वरदान साबित हो रहा ‘वन अधिकार पत्र’…संवर रही कई किसानों की जिंदगी…
वन भूमि में वर्षो से काबिज लोंगों को वनाधिकार पत्र मिलने से अनेक गरीब परिवारों की जिंदगियां संवर गई हैं। पहाड़ों और जंगलों से घिरे उत्तर बस्तर कांकेर जिले में 12 हजार 883 लोगों को लगभग 4339.115 हेक्टेयर भूमि का व्यक्तिगत वनाधिकार पट्टा प्रदान किया गया है। इसके साथ ही 04 हजार 854 सामुदायिक वनाधिकार […]