मध्यप्रदेश में फसलों पर टिड्डी दल के रूकने वाले स्थानों पर नियंत्रण के लिए ठोस उपाय किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिन-जिन स्थानों पर टिड्डी दलों के रूकने की संभावना है वहां ट्रेक्टरचलित स्प्रे-पंपों के साथ ही फायर बिग्रेड से भी छिड़काव किया जा रहा है ताकि किसानों की फसलों को […]
बायो गैस संयंत्र…एक पंथ दो काज
ग्रामीण जीवन को सरल और सुगम बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन योजनाओं को लागू कर गाँवों की समस्या समाधान करने की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं। इन्हीं समस्याओं में एक समस्या ग्रामीणो के लिये ईंधन की समस्या है, जो कि बेहद गंभीर समस्याओं में से […]
मनरेगा बना मजदूरों की आय का सहारा
लॉकडाउन में बस्तर जिले के अधिकांश ग्रामीणों की यह कार्यशैली रही जिससे इनको मजदूरी के रूप में प्रतिदिन 190 रूपए के हिसाब से मजदूरी की राशि प्राप्त हो रही है। ये ग्रामीण वर्तमान में लॉकडाउन से अन्य राज्य कमाने गए मजदूरों की अपेक्षा ज्यादा खुश हैं क्योंकि उन्हें घर के नजदीक रोजगार का अवसर मिला। […]
जैविक खेती से लाभ ही लाभ
वैसे तो खेती-किसानी में मेेहनत खूब है, लेकिन यदि सही समय और अच्छी मेहनत से खेती की जाए तो फायदा भी खूब होता है। लगातार आ रही नए-नए तकनीकों के साथ ही रासायनिक खादों का प्रयोग से किसान मुनाफा भी खूब कमा रहे हैं। लेकिन कई क्षेत्रो में देखा जा रहा है कि अब जैविक […]
हर्बल लेमन ग्रास चाय उत्पादन से बढ़ रही आत्मनिर्भरता
कोरोना संकटकाल में जिला प्रशासन धमतरी की पहल पर जिले की महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक हर्बल चीजों का उत्पादन किया जा रहा है। इन हर्बल उत्पादों में ‘ओज’ हर्बल लेमन ग्रास मसाला, ‘ओज’ लेमन ग्रास तुलसी, ‘ओज’ लेमन ग्रास मिंट और ओज हर्बल लेमन ग्रास अदरक मसाला प्रमुख हैं। […]
आम के आम गुठलियों के भी दाम…कुछ ऐसी है मक्का की खेती
छत्तीसगढ़ में मक्का की खेती को लेकर किसानों में दिनो-दिन रूझान बढ़ता जा रहा है। बस्तर अंचल में होने वाली मक्का की फायदेमंद खेती अब धीरे-धीरे राज्य के अन्य इलाकों में भी विस्तारित होने लगी है। समर्थन मूल्य पर मक्का की खेती और नगदी फसल के रूप में इससे होने वाली आय को देखते हुए […]
मछली पालन से जीविकोपार्जन की समस्या हुई आसान…श्रवण कुमार की आमदनी में हुई बढ़ोतरी
तालाब में कमर तक पानी है, श्रवण नाग पानी में बड़ा सा जाल डाल चुके हैं, धीरे-धीरे जाल खींचा जा रहा है, और जाल में सैकंड़ो की संख्या में मछली फंस चुके हैं। श्री नाग के मछली निकालते ही हाथों-हाथ मछलियां बिक भी गयी और वे पैसे लेकर खुशी-खुशी घर की ओर चल पड़े। आज […]
जैविक खाद बनाने की पारंपरिक विधि घुरूवा की वैज्ञानिक तकनीक से खाद उत्पादन मेें क्रांति की संभावना
परंपरा को अगर विज्ञान का साथ मिल जाए तो सोने पे सुहागा ही समझिए। हमारे छत्तीसगढ़ में घुरूवा के माध्यम जैविक खाद तैयार करने की परंपरा रही है। अब इसी पारंपरिक घुरूवा को हम वैज्ञानिक विधि से उन्नत कर रहे हैं उन्नयन के बाद 30 से 40 दिनों में बढिय़ा कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाती […]
बाजारों तक पहुंच रही हर्बल साबुन की खुशबू
बाजार में बिक रहे केमिकल युक्त साबुन की जगह एलोवेरा, नीबू, गुलाब, चारकोल जैसे प्राकृतिक चीजों से साबुन बनाने वाली बिहान की दीदियों के उत्पाद की महक अब बजे बाजारों तक पहुंचने लगी है। धीरे-धीरे ही सही अब बिहान दीदियों के सपने हकीकत में बदलने लगे हैं। साबुन की गुणवत्ता और दीदियों की मेहनत से […]
रागी की खेती से खुशहाली की ओर बढ़ रही महिलाएं…4.50 लाख तक पहुंची आमदनी
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में कृषि की अपार संभावनाओं तथा कृषि में नवाचारों को विस्तार देने के उद्देश्य से रागी की खेती की शुरुआत की गई। कलेक्टर तथा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण तथा आजीविका बढ़ाने के लिए उन्हें रागी की खेती से जोडऩे की पहल की। उनकी पहल […]