हमारे देश में परवल के प्रमुख उत्पादक राज्यों में बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश हैं। वहीं राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, असम तथा महाराष्ट्र में भी इसकी खेती की जाती है, लेकिन कुछ ही क्षेत्रों में। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं परवल की खेती के बारे। कैसे करें इसकी खेती तो होगा व्यवसायिक लाभ… […]
अधिक उत्पादन क्षमता और अधिक मूल्य के कारण लोकप्रिय हो रही सूरजमुखी की खेती…
बस्तर जिले के कृषक अब दोगुने लाभ की फसल सूरजमूखी का कर रहे खेती इससे पूर्व कृषक केवल परम्परागत धान की खेती करते आ रहे थे। तिलहनी फसलों का क्षेत्र पूर्व वर्षों में बहुत कम था। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 2015-16 में 8103 हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहन की खेती की जा रही […]
औषधी तत्वों से भरे मुनगा की खेती में फायदा ही फायदा…
मुनगा हर किसी के लिए बड़ा ही फायदेमंद होता है। और इतना ही फायदेमंद है इसकी खेती। क्योंकि इसकी खेती के लिए ज्यादा चिंता की बात नहीं होती है। यह किसी भी जमीन पर उगाया जा सकता है और इसे ज्यादा पानी की जरूरत भी नहीं होती है। तो आइए आज जानकारी लेते हैं मुनगा […]
इस राज्य में दो साल में बढ़ी धान बेचने वाली किसानों की संख्या…12 से 18.38 लाख हुई…
एमएसपी यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने वाले किसानों की संख्या छत्तीसगढ़ राज्य में देखे तो यह 94 प्रतिशत से भी ज्यादा है। भूपेश बघेल सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते पिछले दो साल में छत्तीसगढ़ राज्य में न केवल खेती का रकबा बढ़ा है बल्कि जो लोग खेती-किसानी को अलाभकारी व्यवसाय […]
मक्का की पारंपरिक खेती से हटकर आधुनिक खेती में जुटे किसान…मिला इतना उत्पादन कि…
पहाडी क्षेत्र, ढलाननुमा भूमि, पथरीली जमीन, मृदा की कम गहराई और रेतीली मिट्टी में खेती एक चुनौती पूर्ण काम है। ऐसे में पारंपरिक खेती से हटकर आधुनिक पद्धति से कृषि करके बेहतर परिणाम लाने के विशेष प्रयास अलीराजपुर जिले में किये जा रहे है, जिसके प्रारंभिक परिणाम उत्साहजनक और किसानों को आधुनिक तकनीक से कृषि […]
है ना कमाल !… जितने का गोबर खरीदा, उससे ज्यादा की कमाई
ग्रामीण पशुपालकों की जागरूकता, गौठान समिति एवं महिला स्व-सहायता समूह की सक्रियता और जिला प्रशासन के मार्गदर्शन से कांकेर जिले के चार गौठान आत्मनिर्भर बन चुके हैं। संभवत: ये छत्तीसगढ़ के पहले गौठान है जो आत्मनिर्भर बने हैं। इन गौठानों में जितने रूपये की गोबर खरीदी की गई है, उससे ज्यादा की कमाई वर्मी कम्पोस्ट […]
मत्स्य पालन बना किसानों की उन्नति की राह…
मत्स्य विभाग से भिन्न भिन्न योजना के अंतर्गत लाभ प्रदाय कर आजीविका हेतु संसाधन उपलब्ध कराएं जा रहे हैं। जो आज कृषक के आर्थिक उन्नति की राह बनकर उभरा है। विभाग से अजजा वर्ग के हितग्राहियो के लिए मत्स्य विकास कार्यक्रम एवं हैचरी (बैकयार्ड) निर्माण के अंतर्गत बीज प्रदाय करने के साथ ही डबरी निर्माण […]
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 1 दिसम्बर से होगी शुरू…. बनाए गए 2305 केन्द्र, राज्यों की सीमा पर कड़ी निगरानी
छत्तीसगढ़ में धान उत्पादक किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महा अभियान एक दिसम्बर से शुरू होगा। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। […]
रबी फसलों का बीमा 15 दिसम्बर तक….
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना रबी 2020-21 के तहत रबी फसलों को प्रतिकूल मौसम जैसे – सूखा, बाढ़, कीट व्याधि, ओलावृष्टि, प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान से बचने के लिए कृषकगण 15 दिसम्बर 2020 तक बीमा करा सकते है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत ऋणी एवं अऋणी किसान जो भू-धारक व बटाईदार हो सम्मिलित हो सकते […]
गोबर बेचने युवक ने लगाया जुगाड़…. स्कार्पियो का करा लिया माडिफाइड…
अपनी स्कारपियो को माडिफाईड करा आदर्श नगर निवासी महेश हसवानी ने इसे कार्गो वाहन की तरह उपयोग कर गोकुल नगर के अपने पड़ोसी गोपालकों का गोबर भी क्रय स्थल तक पहुंचाया और हर महीने तीस हजार रुपए कमा रहे हैं। महेश हंसवानी न केवल कोरोना के चलते व्यवसाय में आये संकट से बाहर आए अपितु […]