तीखी मिर्ची भी ला रही खुशहाली…खेती कर किसान हो रहे मालामाल दंतेवाड़ा के एक छोटे से ग्राम टेकनार के रहने वाले श्री जयपाल नाग एक प्रगतिशील किसान हैं। 3-4 वर्ष पूर्व में परंपरागत रीति से कृषि कार्य करते थे। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी। उद्यानिकी विभाग के कर्मचारियों के मार्गदर्शन में उन्होंने […]
कोसा रेशम उघोग एक बहु आयामी रोजगार मूलक कार्य….
वनांचलों में रहने वाले ग्रामीणों को कोसा उद्योग आर्थिक मजबूती की राह दिखा रहा है। कोरबा जिले की दो हजार से अधिक महिला हितग्राही कोसा उद्योग से जुड़कर आर्थिक लाभ कमा रहीं हैं। जिले के दूरस्थ जंगलो में निवास करने वाले लोगो के द्वारा कोसा कृमिपालन का काम किया जा रहा है। कोसा कृमि के […]
हाईडेनसिटी प्लानटेशन विधि से अमरूद के साथ आम की फसल… आखिर कैसे…
खैजराबुद्धू और पटकुई में बाहर से बुलाये गये थाई अमरूदों को हाईडेंनसिटी प्लानटेशन विधि के द्वारा रोपित किया गया था। आरती स्व. सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती पिंकी कुशवाहा, श्रीमती देवी कुशवाहा, धन लक्ष्मी समूह से जुड़ी श्रीमती सरला देवी, जलधारा समूह की बेवी रजक ने अपने खेतों में 130 थाई अमरूदों के पौधों का […]
तरबूज की खेती और बोआई की विधि
तरबूज की खेती और बोआई की विधि तरबूज की खेती बड़ी आसान और सरल है। इसका फल जायद मौसम का फल है। इसकी खेती के लिए आपको कम समय, कम खाद और पानी की जरूरत भी काफी कम पड़ती है। और इसके बाजार में आपको अच्छे दाम भी मिल जाते हैं। तो चलिए आज हम […]
जुकिनी की खेती…
जुकिनी को चप्पन कद्दू भी कहा जाता है। इसकी खेती विदेशों में ज्यादा की जाती है। लेकिन अब इसकी मांग को देखते हुए भारत के कुछ हिस्सों में भी इसे उगाया जाने लगा है। इसके पौधे झाडिय़ों के जैसे होते है। इसकी ऊंचाई अधिकतम 1.5 से 3 फीट होती है। यह फाइबर और न्यूट्रिशंस से […]
गोभी परिवार की पौष्टिक सब्जी कोलार्ड ग्रीन्स… खेती और लाभ…
गोभी परिवार की पौष्टिक सब्जी कोलार्ड ग्रीन्स… खेती और लाभ…कोलार्ड ग्रीन्स गोभी परिवार की एक पौष्टिक सब्जी है। इसमें कैलोरी काफी कम मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इसमें प्रोटीन, विटामिन-के और मिनरल काफी मात्रा में होता है। इसकी खेती मुख्यत: ब्राजील, केन्या, पुर्तगाल, दक्षिणी संयुक्त राज्य अमेरिका, जिम्बाब्वे, इटली, तंजानिया, युगांडा, बाल्कन, उत्तरी […]
सरकारी योजनाओं से रागी को मिल रहा पुनर्जीवन…
पीढिय़ों से रागी आदिवासी इलाकों में निवासरत लोगों का एक प्रमुख खाद्यान्न हुआ करता था। किन्तु समय के साथ इसके उपभोग में कमी आने लगी, लेकिन आज शासन-प्रशासन की योजनाओं से रागी की खेती को पुनर्जीवन मिल रहा है। राज्य शासन द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत अन्य फसलों को प्रोत्साहन देने की […]
परंपरागत खेती छोड़ आधुनिक और जैविक खेती से जुड़े किसान…हो रहे मालामाल
विकासखण्ड दरभा के ग्राम चितापुर के युवा कृषक श्री संतु ने कृषि विभाग के शासकीय योजनाओं का लाभ लेकर जैविक खेती करते हुए अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है। कृषक संतु ने अपने पिता श्री चेंदरू के समान कृषि को ही अपना मुख्य व्यवसाय बनाया है। पैतृक जमीन पर संतु ने परंपरागत खेती करते […]
चौलाई भाजी की व्यापारिक खेती…
भाजियों में मुख्यत: पालक और लाल के बाद यदि किसी का जिक्र होता है तो वह है चौलाई भाजी। चौलाई भाजी का स्वाद काफी अच्छा होता है। इसलिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ ही इसमें कई प्रकार के पौष्टिक तत्व भी पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। चौलाई […]
वैज्ञानिकों ने विकसित की हल्दी व धनिया की नई प्रजाति
अखिल भारतीय मसाला अनुसंधान परियोजना की वार्षिक बैठक कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र रायगढ़ में आयोजित की गई। जिसमें रायगढ़ के वैज्ञानिकों के शोध से विकसित धनिया एवं हल्दी के नई प्रजातियों का राष्ट्रीय स्तर पर विमोचन हेतु पहचान किया गया। जिन्हें केन्द्रीय विमोचन समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के उपरांत दोनों प्रजातियों को बीज […]