विक्रम ने बताया कि उक्त योजनान्तर्गत मैंने पशुपालन विभाग में आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। उक्त योजना में परियोजना लागत 4 लाख 50 हजार रूपये है जिसमें विभाग द्वारा अनुदान राशि तथा बैंक द्वारा ऋण की सहायता से मैंने व्यवसाय स्थापित कर लिया है। योजनान्तर्गत सहायता से मेरे द्वारा 5 संकर मुर्रा भैसों का पालन किया जा रहा है, जिससे 40 से 50 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन हो रहा है तथा पूर्व से ही मेरे पास 5 गाय है इससे 30 से 40 लीटर दुग्ध उत्पादन किया जा रहा है।
श्री विक्रम ने बताया कि आसपास के पशुपालकों से दुग्ध क्रय कर दे?तलाई में मॉ यशोदा दूध डेयरी स्थापित कर ली है। डेयरी में दूध, घी, दही, पनीर व छाछ आदि उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है। श्री विक्रम बताते है कि डेयरी व्यवसाय से प्रतिदिन औसत आय 4 से 5 हजार रूपये होती है। जिसमें से बैंक की किश्त, पशुओं के लिए चारा एवं अन्य खर्चे निकालकर भी प्रतिदिन लगभग 1500/-रूपये का शुद्ध लाभ हो रहा है। इस प्रकार 40 से 45 हजार रूपये की आमदनी प्रतिमाह हो रही है।