कृषक श्री सोंढी ने बताया कि पहले वह बीज के परिवक्वता पश्चात फसल की कटाई करके बीजों में नमी मात्रा को बनाये रखने हेतु बीजों को धूप मे सुखाते थे। इससे बीजों में अनियमितता बनी रहती थी एवं चिडियों, पशुओं के खतरे से बीजों को क्षति पहुंचती थी। परिणामस्वरूप बीज की गुणवत्ता एवं चमक चली जाती थी और ग्रेडिग पश्चात् भारी मात्रा में (लगभग 15-20 प्रतिशत) हानि उठानी पड़ती थी। लेकिन उद्यानिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन अंतर्गत वर्ष 2018-19 में सोलर पावर ड्रायर 50 प्रतिशत अनुदान पर प्रदाय किया गया। जिसके लगातार उपयोग से बीजों में समानता, चमक एवं कम मेेहनत से बीजों को मानक अनुसार सूखाकर बीजों कों पैकिंग कर कम्पनी में भेजने की सुविधा प्राप्त हुई। जिससे ग्रेडिग में होने वाली हानि बहुत कम हो गयी है। यह मशीन सोलर एवं विद्युत दोनों से चलती है, जिससे गर्मी के दिनों में सूर्य के प्रकाश एवं खराब मौसम की स्थिति में एक कमरे में सफलतापूर्वक उपयोग किया जा सकता है।