पशुपालन
पशुपालन

ग्राम चंदवार निवासी युवा राहुल सिंह खेती के साथ साथ गौ वंश का पालन कर दुग्ध उत्पादन के माध्यम से अतिरिक्त आय अर्जित कर रहे है। पशु पालन विभाग द्वारा संचालित आचार्य विद्या सागर डेयरी योजना उनके खुशियों का आधार बनी है। योजना के तहत 6 लाख रूपये का प्रोजेक्ट पशु पालन विभाग द्वारा बैंक आफ बड़ौदा उमरिया के माध्यम से स्वीकृत कराया गया था जिसमें 1.50 लाख रूपये की अनुदान राशि भी शामिल है।

   राहुल सिंह ने बताया कि वे वर्ष 2016 से डेयरी का संचालन कर रहे है। डेयरी की शुरूआत चार गायो से की थी। चंदवार ग्राम जिला मुख्यालय के निकट होने के कारण दुग्ध व्यवसाय की संभावनाओ को देखते हुए उन्होने साल दर साल अपने व्यवसाय को बढाया। वर्तमान में इनके पास 16 गाय जो राठी, शाहीवाल, गिर, प्रजाति की है  तथा 5 भैंसे जो मुर्रा नस्ल की है। इस पशु धन से  वर्तमान में दो क्विटल दूध का उत्पादन हो रहा है। अपने दूध के विक्रय के लिए उन्होने बस स्टैण्ड उमरिया में चंदवार डेयरी खोल रखी है , इसके अतिरिक्त डोर टू डोर भी दूध का विक्रय करते है। डेयरी संचालन के माध्यम से पांच लोगों को रोजगार भी दे रहे है। दुकान के माध्यम से दूध से बने उत्पाद दही, मक्खन, घी, पनीर आदि का भी विक्रय करते है। इस कार्य से प्रतिमाह एक से सवा लाख रूपये तक की आय प्राप्त कर रहे है। आपके इस कार्य में पत्नी श्रीमती रेणु सिंह भी सहयोग करती है। अपने बच्चे आयुष प्रताप सिंह को राबर्ट सन कान्वेंट स्कूल में पढा रहे है।

   डेयरी संचालन के क्षेत्र में राहुल सिंह उमरिया जिले के लिए सबसे सफल व्यवसायी के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बनाई है। उन्होने लगातार दो वर्षो से जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्राप्त किया है। इतना ही नही वर्ष 2019- 20 की राज्य स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता में भी अपनी श्रेष्ठता साबित की है।प्रदेश के श्रेष्ठ 10 पशु पालको में अपना स्थान बनाया है। शासन द्वारा उन्हे पुरस्कार के रूप में 10 हजार रूपये की राशि प्रदान की गई है। राहुल सिंह का कहना है कि कोई भी व्यवसाय छोटा या बडा नही होता है जरूरत होती है परिश्रम , विश्वास तथा अपने व्यवसाय के प्रति समर्पण की।  
   वर्ष 2018 में जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार में हमारी गाय ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिसे पुरस्कार के रूप में 50 हजार रूपये की राशि प्राप्त हुई है तथा जनपद स्तर पर प्रथम पुरस्कार के रूप में 10 हजार रूपये का ईनाम प्राप्त हुआ है। इसी तरह वर्ष 2019- 20 में जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रथम पुरस्कार  50 हजार रूपये तथा करकेली विकासखण्ड की जनपद स्तरीय गोपाल पुरस्कार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर 10 हजार रूपये का पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार पाकर मैं और मेरा परिवार अत्यंत प्रसन्न है। अब हम लोग दुग्ध उत्पादन का कार्य और अधिक विस्तारित करेगे। उन्होने कहा कि पशु चिकित्सा विभाग द्वारा दुधारू पशु पालन को सदैव प्रोत्साहित किया जाता है। जब भी हमारे पशु बीमार होते है तो विभाग के चिकित्सक सहयोग करते है। आपने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग द्वारा वत्स्य पालन, नस्ल सुधार हेतु नंदी शाला,  चारागाह विकास के लिए चार बीज का लाभ प्राप्त हुआ है।