भारत सरकार मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रारंभ की गयी है जिसके तहत सभी वर्ग के मत्स्य कृषकों, युवाओं एवं उद्यमियों के लिए स्वरोजगार हेतु अनेक गतिविधियों को संचालित किया जा रहा है। योजना का मुख्य उद्देश्य मछली उत्पादन व उत्पादकता में वृद्धि करना आधारभूत संरचना व प्रबंधन के अंतर को कम करना है। मूल्य शृंखला का आधुनिकीकरण व सुदृढ़ीकरण मजबूत मत्स्य पालन प्रबंधन ढांचे की स्थापना करना एवं मछुआरों का कल्याण एवं मत्स्य कृषकों की आय में वृद्धि करना है।
इस संबंध में मत्स्य विभाग द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत आवेदन पत्र आमंत्रित किये जा रहे हैं जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। योजनांतर्गत मत्स्य पालन में रूचि रखने वाले सभी वर्गों के व्यक्तियों को स्वयं की भूमि में तालाब निर्माण, मत्स्य बीज संवर्धन इकाई निर्माण, सर्कुलर हैचरी का निर्माण, बायोफ्लॉक, आरएएस निर्माण, जलाशय में केज कल्चर, आइस प्लाण्ट की स्थापना, इंसुलेटेड व्हीकल, फिश फीड मिल की स्थापना एवं कियोस्क सेंटर निर्माण के साथ-साथ मछली पालन कार्य से संबद्ध मत्स्य पालक समिति के सदस्यों को मोटर साइकिल विथ आइस बॉक्स, ऑटो रिक्शा विथ आइस बॉक्स, लोडर एवं साइकिल विथ आइस बॉक्स मिश्रित मत्स्य पालन, पंगेशियस पालन के लिए इनपुट्स की व्यवस्था आदि के लिए अनुदान राशि प्रदान की जायेगी। योजना की विस्तृत जानकारी एनएफडीबी की बेवसाइट एवं मछली पालन विभाग के जिला कार्यालय से ली जा सकती है।
योजना के लाभ हेतु इच्छुक व्यक्तियों से सभी दस्तावेजों सहित आवेदन कार्यालय सहायक संचालक मत्स्योद्योग कलेक्ट्रेट परिसर जिला जबलपुर में आमंत्रित किए गए हैं। प्राप्त आवेदनों का जिला स्तरीय समिति द्वारा संग्रहण एवं परीक्षण कर प्रस्ताव संचालनालय भोपाल को प्रेषित किया जायेगा, तदुपरांत इस रोजगारोन्मुखी योजना के तहत स्वीकृत प्राप्त होगी।