जनपद पंचायत गोहपारू के ग्राम खन्नौधी निवासी रामशरण कुशवाहा के पास लगभग 4.107 हेक्टेयर जमीन है, लेकिन परंपरागत तरीके से खेती करने एवं सिंचाई का साधन न होने के कारण धान, गेहूं की खेती कर किसी प्रकार जीविकोपार्जन कर रहे थे। अच्छा उत्पादन न कर पाने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। श्री कुशवाहा को उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्रवानिकी योजना के संबंध में हल्दी उत्पादन की जानकारी क्षेत्रीय अमले द्वारा दी गई जिससे उन्होने वर्ष 2016-17 से हल्दी के खेती की शुरूआत थोड़े बहुत रकवे में की। उन्होने बताया कि, प्रारंभ में 0.200 हेक्टेयर में हल्दी की खेती की जाती थी। हल्दी की खेती में अच्छां लाभ प्राप्त होने से अब 1.000 हेक्टेयर में हल्दी की खेती कर रहा हॅू। जिसमें मुझे 170 से 180 क्विंटल हल्दी. का उत्पा्दन प्राप्त होता है। और बाजार में कच्ची हल्दी 35 से 40 रूपयें प्रति किलोग्राम तथा हल्दी पाउडर 250 रूपयें प्रति किलोग्राम की दर से बाजार में विक्रय की जाती है जिसमें मुझें 6.00 से 7.00 लाख रूपयें की आमदनी प्राप्त होती है। उन्होने बताया कि उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित इस योजना से अन्य दूसरे फसल की तुलना में 2 से 3 गुना अधिक लाभ प्राप्त हो रहा जिससे अब मैं अपने घर परिवार का भरण-पोषण अच्छी तरह से कर रहा हूं। उन्होने अन्य किसानो को हल्दी उत्पादन से जुडऩे की सलाह दी। सलाह देते हुए कहा है कि कम लागत से अधिक उत्पादन का यह बेहतर जारिया है।