परिचयः- दुधारू पशुओं के भोजन में हरा चारा एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है, जिससे दुधारु पशुओं के स्वास्थ्य और दूध उत्पादन में जरूरी पोषक तत्वों की आपूर्ति हो जाती है। हरे चारे का उत्पादन पशुओं के लिए चारा खरीद रहे वैसे किसानों को एक बेहतर विकल्प प्रदान करता है जो भेड़ पालन, बकरी पालन या फिर डेयरी उद्योग के लिए योजना बना रहे हैं। यहां तक कि कुछ किसान दूसरी फसलों की तरह हरे चारे के उत्पादन पर निर्भर करते हैं और उसे बाजार में बेच देते हैं। कुछ दूसरी तरह की हरी घासों को स्थानीय घास काटने वाली मशीन से छोटा-छोटा काट लिया जाता है और परिरक्षित चारा तैयार कर लिया जाता है जिसे सालों तक भंडार किया जा सकता है और उसका इस्तेमाल अकाल के दौरान चारे के तौर पर किया जाता है। हरे चारे की खेती खुले मैदान में संकर की उचित सदाबहार किस्म के घास का चुनाव करते हुए किया जा सकता है। यहां तक कि हरे चारे का उत्पादन जलकृषि पद्धति का इस्तेमाल करते हुए भी किया जा सकता है।
योजना की अधिक जानकारी के लिए – http://www.rsldb.nic.in/