संकल्प से सिद्धि – Sankalp Se Siddhi
संकल्प से सिद्धि योजना
संकल्प से सिद्धि (Sankalp Se Siddhi) एक योजना नहीं बल्कि एक संकल्प है जिसे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया है देश की भलाई के लिए एक नए पहल के रूप में केंद्र सरकार ने संकल्प से सिद्धि नामक एक एकीकृत योजना की घोषणा की है. इस योजना के तहत प्रमुख आर्थिक और सामाजिक मुद्दों का निराकरण करने की कोशिश की जाएगी. इस योजना की शुरुआत भारत छोड़ो आंदोलन की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर अगस्त 2017 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू की गयी है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नागरिकों को आन्दोलन में शामिल होने के साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों के सपने का भारत बनाने के लिए एक आम प्रयास करने का आग्रह किया है. इस तरह की पहल दूसरों को प्रोत्साहित करके मजबूत, समावेशी और समृद्ध भारत बनाने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध करती है. यह योजना 5 साल के लिए 2017 से 2022 तक कायम रहेगी. इस योजना के कार्यक्रमों के देखरेख का कार्य किसान कल्याण मंत्रालय को सौंपा गया है.
संकल्प से सिद्धि – Sankalp Se Siddhi
1. प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2017 को “संकल्प” दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया था.
2. प्रधानमंत्री ने देश में मौजूदा कई बुराइयों से मुक्त एक नए भारत को बनाने का आह्वान किया.
3. BJP का भारत को 2022 तक एक नए भारत बनाने का संकल्प है.
4. 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया गया है.
5. भारत को एक corruption free country बनाने की कल्पना की गई है.
6. इस कार्यक्रम को 578 कृषि विज्ञान केन्द्रों KVK – Krishi Vigyan Kendra के बारे में यहाँ पढ़ें), 29 भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के संस्थान/ राज्य कृषि विश्वविद्यालय और 52 आत्मा संस्थानों में आयोजित किया जा रहा है.
7. गरीबी, शिक्षा और कुपोषण की कमी जो भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है…इसको जड़ से उखाड़ फेकने का संकल्प है.
8. नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि 1942 में हम भारतीय करेंगे या मरेंगे का नारा लगाते थे पर अब हम करेंगे और कर के रहेंगे का नारा लगाते हुए आगे बढ़ेंगे.
9. संकल्प से सिद्धि के अंतर्गत देश को आतंकवाद, गरीबी, भूख, गन्दगी, सम्प्रदायवाद, जातिवाद को दूर करने का संकल्प लिया गया है.
10. प्रधानमंत्री ने एक बड़ी बात यह कही कि जब 1942 में भारतवासियों ने भारत छोड़ो का नारा लगाया तो अंग्रेजों को ठीक पाँच वर्ष बाद भारत को छोड़ कर जाना पड़ा. अब तो भारत हमारा है, हमारे देशवासियों का है…तो क्यों न हम गन्दगी भारत छोड़ो, आतंकवाद भारत छोड़ो, अशिक्षा भारत छोड़ो, जातिवाद भारत छोड़ो आदि का नारा लागायें ताकि 2022 तक हमें एक नया भारत मिले.
संकल्प से सिद्धि योजना का उद्देश्य-
1. संकल्प से सिद्धि अर्थात संकल्प के माध्यम से प्राप्ति योजना का उद्देश्य 2022 तक नए भारत के निर्माण का वचन लेना और निभाना है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य देश की अर्थव्यवस्था, नागरिकों और समाज में सुधार लाने के लिए देश में कई बदलाव लाने का है.
2. संकल्प से सिद्धि योजना कार्यक्रम के तहत कृषि क्षेत्र में 7 सूत्री कार्यक्रम लागु किया जा रहा है और 2022 तक किसानों की आय को दुगुना करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को प्रायोजित किया जा रहा है.
3. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अगस्त के महीने को क्रांति के महीने के रूप में वर्णित किया है क्योंकि 1 अगस्त 1920 को असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था. 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ों आंदोलन शुरू हुआ था और 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ था. इस तरह देश में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए जो भी क्रांति हुई है, उस वजह से अगस्त का महीना नए बदलाव के संकल्प के लिए महत्वपूर्ण बन जाता है.
संकल्प से सिद्धि योजना की विशेषताएँ-
• संकल्प से सिद्धि योजना एक नए भारत का आंदोलन होगा. इस नए भारत आंदोलन में देश के नागरिकों के लिए कई योजनायें और कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत में व्याप्त सामाजिक मुद्दों जाति, धर्म, ग़रीबी, शिक्षा, स्वच्छता और कई अन्य मुद्दों को समझाते हुए उन्हें ख़त्म करने के लिए आवश्यक क़दम उठाये जाने की कोशिश की जायेगी.
• संकल्प से सिद्धि योजना कार्यकर्म में 6 से 7 प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कराया जायेगा, जिसमे स्वच्छ भारत, साक्षर भारत, ग़रीबी मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद रहित, साम्प्रदायिकता रहित होने के साथ ही जाति-भेदभाव मुक्त भारत इत्यादि का मुद्दा उठाया जायेगा.
• कृषि और किसान कल्याण ने 19 अगस्त से 31 अगस्त तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसके लिए 578 कृषि विज्ञान केंद्र, 53 एटीएमएस, 29 आईसीएआर के साथ ही अन्य संस्थानों ने भी भाग लिया और इस कार्यक्रम के शुभारम्भ के दौरान एक लघु फ़िल्म दिखाई गई. इस कार्यक्रम में जो फ़िल्म दिखाई गयी, उसमें 33 सांसदों और कुछ विधायकों ने भाग लिया. इसके साथ ही 129 लोकप्रिय चेहरों के भी भाग लेने की चर्चा है.
संकल्प से सिद्धि के आयोजन में शामिल होने वाले राज्य-
• केन्द्रीय सरकार की इस योजना में 18 राज्य शामिल है. जो राज्य शामिल हो रहे है उन राज्यों के नाम है- तेलंगाना, गुजरात, अंडमान और निकोबार, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरला, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मणिपुर, हरियाणा, मेघालय और नागालैंड.
• कार्यक्रम का आयोजन पुरे भारत में 32 अलग अलग स्थानों पर किया जायेगा.
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