मध्यप्रदेश शासन द्वारा कृषि आय बढ़ाने हेतु सतत रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। कृषि आय बढ़ाने हेतु प्रयास के दो स्तर हैं, एक है प्रति इकाई उत्पादन में लागत कम हो, दूसरा प्रति इकाई भूमि पर उत्पादन में बढ़ोत्तरी की जाय। दोनो ही लक्ष्यों की पूर्ति के लिए कृषकों द्वारा उन्नत तकनीकि, आधुनिक उपकरण एवं वैज्ञानिक तरीके से खेती किया जाना आवश्यक है। अनूपपुर जिले की कोतमा तहसील के ग्राम सकोला के प्रगतिशील कृषक इस बात का जीवंत उदाहरण हैं कि अगर वैज्ञानिक तरीके से खेती की जाय, खाद, बीज आदि का उचित मात्रा में प्रयोग किया जाए तो लागत भी कम होती है एवं उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी आती है।
रामप्रमोद साहू बताते हैं कि गत खरीफ वर्ष-2019 में लगभग आधी लागत में धान का दोगुना उत्पादन प्राप्त किया था। आपकी 15 एक? भूमि से 300 क्विंटल धान (50 क्विंटल/ हेक्टेयर) उत्पादित हुई थी। जबकि इसके पहले वे 25-30 क्विंटल धान प्रति हेक्टेयर ही उत्पादन प्राप्त कर पाते थे।
आपने बताया कि कृषि विभाग द्वारा कृषि यंत्रीकरण योजनांतर्गत अंशदान पर उन्हें पैडी ट्रांसप्लांटर प्रदान किया गया एवं उसके चलाने का प्रशिक्षण भी दिया गया। इसके साथ ही कृषि भ्रमण कार्यक्रम के तहत उन्होंने नीदरलैंड एवं इजरायल जाकर भी वहाँ के कृषकों द्वारा उन्नत तकनीकि से खेती के कार्य को देखा। कृषि विभाग के अधिकारियों के सतत् मार्गदर्शन से उनमें आत्मविश्वास आया एवं उन्होंने आधुनिक तकनीकि को अपनाया जिससे न केवल उत्पादन दोगुना हुआ है साथ ही लागत भी आधी हो गयी है। आपने जिले के अन्य कृषकों से आधुनिक तकनीकि को अपनाने एवं लाभान्वित होने की अपील की है।
पिछले महीने रामप्रमोद साहू द्वारा पैडी ट्रांसप्लांटर के माध्यम से धान रोपण प्रक्रिया का कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर की उपस्थिति में रोपण किया गया। रामप्रमोद साहू द्वारा नर्सरी तैयार करने की बारीकियों से लेकर पैडी ट्रांसप्लांटर की विशेषताओं एवं उपयोग की प्रक्रिया से कलेक्टर श्री ठाकुर को अवगत कराया गया। श्री साहू ने बताया कि पैडी ट्रांसप्लांटर के माध्यम से कम समय एवं लागत में रोपण का कार्य हो जाता है साथ ही रोपित पौधों में आवश्यक अंतराल भी सुनिश्चित होता है जो कि पौधे की अच्छी वृद्धि हेतु आवश्यक है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर कृषक श्री साहू के ज्ञान एवं पाए गए ज्ञान को व्यावहारिक जीवन में अमल करते हुए देख काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कृषक रामप्रमोद साहू की सराहना की है एवं जिले के समस्त कृषकों से अपील की है कि आधुनिक तकनीकि का प्रयोग कर अच्छा उत्पादन प्राप्त करें, लागत घटाएँ, शुद्ध कृषि आय बढ़ाएँ।