विकासखण्ड राजपुर के गौठान ग्राम परसागुड़ी के रहने वाले श्री जवाहरलाल शर्मा ऐसे ही एक किसान हैं जिन्होंने अपने खेत में मनरेगा के तहत डबरी का निर्माण करवाया तथा इसके मेंढ़ों में कृषि विभाग के सहयोग से करेला, लौकी, खीरा एवं बैगन की खेती की। चूंकि किसान श्री जवाहरलाल शर्मा घर में ही गौ-पालन कर केंचुआ खाद उत्पादन करते हैं इसलिए उन्होंने डबरी के मेढ़ों पर केंचुआ खाद से सब्जियों की जैविक खेती की। परिणाम स्वरूप कम लागत में ताजी एवं पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों का उत्पादन हुआ जिससे बाजार में सब्जियों की अच्छी कीमत मिली। मेंढ़ मे उगी सब्जियों को किसान श्री जवाहरलाल ने लगभग 16500 रूपये में बेचा। कृषक श्री शर्मा प्रसन्नता से बताते हैं कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि डबरी के मेढ़ों पर सब्जी उत्पादन कर इतनी आय हो सकती है। उन्होंने इसका पूरा श्रेय कलेक्टर एवं कृषि विभाग को देते हुए कहा कि प्रशासन ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि में नवाचार को प्राथमिकता दी है। परम्परागत कृषि से अलग थोड़े व्यवस्थित एवं तकनीक के प्रयोग से किसानों के आय में निश्चित रूप से वृद्धि हो सकती है, कृषक जवाहरलाल शर्मा इसके इसके सशक्त उदाहरण हैं तथा कृषक उनसे प्रेरित भी हो रहे हैं।