मुर्गी पालन को प्रोत्साहित करने पशुधन विकास विभाग द्वारा ग्रामीण बैकयार्ड कुुक्कुट योजना के तहत चयनित बी.पी.एल. परिवार के हितग्राहियों को मुर्गी पालन के लिए दड़वा एवं दड़वा निर्माण की राशि देने का प्रावधान है। इसी कड़ी में महासमुंद विकासखण्ड के मॉडल गौठान ग्राम कोना में इस योजनान्तर्गत 13 एवं ग्राम सोरम में 13 बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया। सभापति कृषि स्थायी समिति दिग्विजय साहू के हाथों ग्राम कोना के अनुसूचित जनजाति वर्ग के 13 हितग्राहियों को सर्वश्रीमती रूखमणी, राकेश्वरी, धनेश्वरी, मानकीबाई, मानबाई, कौशिल्या, रेखाबाई, शांतिबाई, देविका बाई,  एवं राधेश्याम एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के तुषार चंद्राकर को बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया।

इस योजना के तहत् महिलाएं घर के कामकाज के साथ-साथ कुक्कुट पालन में रूचि दिखान लगी है। जिससे वे आर्थिक रूप से समृद्ध हो रही है। पशुधन विकास के अधिकारियों ने बताया कि शासन की बैकयार्ड कुक्कुट पालन योजना के तहत् ग्रामीण महिलाओं को मुर्गी पालन के लिए चूजे प्रदान किए जा रहें हैं। जिससे वे अतिरिक्त लाभ कमा रही हैं। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त गौठानों में संचालित स्व-सहायता समूह महिलाओं के अतिरिक्त व्यक्तिगत स्तर पर महिलाओं को कुक्कुट पालन करने और रख-रखाव के संबंध में प्रशिक्षण देकर उन्हें कुक्कुट वितरण किया जा रहा है।

कृषि स्थायी समिति के सदस्य अश्वनी दीवान एवं सरपंच संतोष जांगड़े के हाथो ग्राम सोरम के 13 अनुसूचित जनजाति वर्ग के मुकेश, सीताराम, उदय,  डीहू, बोधराम कंवर, राजु, सेतराम, गोवर्धन गोंड़ को एवं अनुसूचित जाति वर्ग के श्री अनंत, एवं श्रीमती कोंदीबाई, श्रीमती परमिन, गणेशराम, संपतलाल सतनामी को इस योजना से लाभान्वित किया गया। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक हितग्राही को 28 दिवसीय बिना लिंग भेद के 45 रंगीन चूजे एवं 18 किलोग्राम कुक्कुट आहार प्रदाय किया जाता है। डॉ. धरमदास झारिया के मार्गदर्शन में डॉ. कमरजहॉ खान, राखी पोद्दार, आर.आर.दीवान सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी एवं किशोर दीवान पशु परिचारक ने वितरण कार्य संपन्न किया।