मछली पालन
मछली पालन

छत्तीसगढ़ राज्य के दूरस्थ अंचलों में निवास करने वाले आदिवासी किसान मछली पालन करके आत्मनिर्भर बन रहे हैं। जशपुर जिले के ग्राम कनमोरा के किसान मनोज तिर्की ने स्वयं के तालाब में मछली पालन करके एक वर्ष में एक लाख रूपए का लाभ प्राप्त किया है। श्री तिर्की मछली पालन से प्राप्त राशि से अपने परिवार की सारी जरूरतों को पूरी कर रहे हैं। अब वे परिवार के साथ हंसी-खुशी अच्छी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। श्री मनोज तिर्की अपने आस-पास के अन्य किसानों को भी मछली पालन अपनाकर ज्यादा लाभ प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहे हैं।

मनोज तिर्की बताते हैं कि उसने स्वंय के 0.400 हेक्टेयर जल क्षेत्र वाले निजी तालाब में वर्ष 2019-20 में मत्स्य विभाग जशपुर से प्राप्त उन्नत किस्म की मछली बीज को छोड़ा। तालाब में आवश्यक पौष्टिक आहार डालने से मछलियों की तेजी बढ़ोत्तरी हुई। वर्तमान में इस तालाब से 500 किलोग्राम मछली निकाल चुके हैं। उसे मत्स्य विभाग जशपुर द्वारा जिला खनिज न्यास निधि अभिसरण के तहत् जाल एवं सीफेक्स अनुदान में मिली है। श्री तिर्की ने यह भी बताया मत्स्य विभाग द्वारा किसानों को मत्स्य बीच, मत्स्य आहार, मत्स्याखेट उपकरण एवं आईस बॉक्स और जाल दिया जा रहा है। साथ ही समय-समय पर मत्स्य पालन की आधुनिक तकनीक की जानकारी दी जा रही है। किसान श्री तिर्की ने मछली बेचन से उन्हें एक लाख रुपए की आर्थिक लाभ प्राप्त होने पर छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है