जल संसाधन विभाग की लघु सिचाई योजना में धार जिले के सरदारपुर तहसील में चुनार डैम, आंबेडी़ डैम व मानगढ डैम बनाए गए है जो वर्तमान में लबालब भरे है। इस क्षेत्र में बसे आदिवासी वर्ग के किसान पहले बारिश वाली फसलें ही ले पाते थे । डैम बन जाने के बाद अब यहॉ के किसान गेहू व सब्जियों की फसल भी लेना शुरू कर दिया है। किसान 450 रूपये प्रति हेक्टेयर से शुल्क से स्वयं क संसाधन से सिंचाई का पानी ले रहे है। सरदारपुर मुख्यालय 35 किलोमिटर दूर सुनार नदी पर चुनार डैम बनाया गया है। जिसकी क्षमता 70 लाख क्यूबिक मीटर पानी की है। इसके निर्माण में 24 करोड 57 लाख 86 हजार की लागत आई  है। जिससे अब 1620 हेक्टेयर कृषि भूमि  में सिचाई का पानी मिल रहा है। इसमें ग्राम लालपुरा, कुषलपुरा, अमज्ञर, भमती, सरोदा, सुहाना, काकड़पाड़ा  के किसान लाभांवित हो रहे हंै। लघु सिचाई योजना में सबसे अधिक जल भराव की क्षमता वाला डैम चुनार डैम है। इससे पानी सिचाई के लिए लेने वाले किसान से फसल लेने के लिए बोनी के समय 125 रूपए प्रति हेक्टेयर तथा उसके बाद जिनी बार भी पानी लिया जाता है तो 75 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा 25 रूपए उपकर जमा करवाया जाता है। पुरे सीजन में 450 रूपए प्रति हेक्टेयर पानी दिया जाता है।
    सरदारपुर तहसील का दूसरा डैम है अम्बेडी जो सरदारपरु से 20 किलो मीटर दूर ग्राम अंबेडी में बना हुआ है। इसकी लागत 3 करोड 52 लाख 26 हजार है। इससे 225 हेक्टेयर भूमि को सिचाई के लिए पानी मिल रहा है। मानगढ डैम सरदारपुर तहसील के ग्राम इंचूर में बनाया गया है इसकी लागत 13 करोड है। यह डैम 2018 में पूर्ण हआ है। इस डैम से क्षेत्र की 425 हैक्टेयर जमीन मे सिचाई होने लगी है। इससे ग्राम अमज्ञर, इंचूर,  सेमलिया,  केरिया, मानगढ के किसानो को लाभ मिल रहा है।