पशुपालकों को प्रोत्साहित करने पशुधन विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत रोजगार-व्यवसाय की विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से समृद्ध किया जा रहा है। पशुपालन करने वाले किसानों को दुग्ध उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन और मछली पालन के लिए मार्गदर्शन एवं आवश्यक मद्दे देकर उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह विकासखंड के ग्राम करनौद के रामचरण पटेल को उन्नत नस्ल के बकरी पालन को अपनाने के लिए मद्द दी गई। जिसकी बदौलत वह अब प्रतिवर्ष 70 हजार रुपए की अतिरिक्त आमदनी अर्जित करने लगे है। इससे श्री रामचरण के परिवार के जीवन में सुखद बदलाव आने लगा है।
बकरी पालन का काम रामचरण वर्षों से करते आ रहे थे। देशी नस्ल की बकरियों से कोई खास आमदनी नहीं हो पा रही थी। परिवार का गुजर-बसर बमुश्किल हो पा रहा था। ऐसी स्थिति में पशुधन विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत रामचरण पटेल को जमुनापारी बकरा नस्ल सुधार के लिए प्रदान किया गया। श्री पटेल के पास उस समय कुल 20 देशी बकरियां थी। जमुनापारी नस्ल का बकरा मिलने से धीरे-धीरे देशी बकरियों की नस्ल सुधरने लगी। वर्तमान में रामचरण के पास उन्नत नस्ल के 79 बकरियां हैं। इनकी संख्या में दिनो-दिन वृद्धि होने के साथ ही श्री पटेल की आमदनी में भी इजाफा होने लगा। उन्नत नस्ल के बकरों के विक्रय से उन्हें सलाना 70 हजार रूपए का शुद्ध मुनाफा होने लगा है। श्री पटेल से प्रेरित होकर ग्राम करनौद के 15 ग्रामीणों द्वारा भी बकरी पालन के व्यवसाय को अपनाया गया है। राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए रामचरण ने कहा कि पशुधन विकास विभाग की इस योजना से बकरी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहन मिला है और आमदनी बढ़ी है।