प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की मदद से आमदनी हुई दोगुनी

बोरगांव बुजुर्ग किसान सुरेश चौधरी के द्वारा ग्राम राजोरा में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत स्वयं की 0.5 हेक्टेयर भूमि में रियरिंग तालाब निर्माण कर पॉन्ड लाइनर के माध्यम से पंगेशियस मछली पालन का कार्य कर रहे हैं। मत्स्य पालन विभाग के द्वारा भी इस प्रजाति के पालन हेतु उचित  मार्गदर्शन  प्रदान किया जा रहा है। साथ ही साथ 1 वर्ष पुरानी इंडियन मेजर कार्प मत्स्य बीज संचयन कर 8 माह में 1 किलोग्राम की मछली प्राप्त कर रहे हैं। मत्स्य पालक श्री सुरेश चौधरी निवासी बोरगांव बुजुर्ग के द्वारा ग्राम राजोरा स्थित स्वयं के खेत मैं छोटे-छोटे 4 पॉलीपॉन्ड बनाकर पंगेशियस मछली पालन कर रहे हैं, जिसमें 30 हजार पंगेशियस मत्स्य बीज का संचयन किया गया। 8 माह में औसत 1 किलोग्राम मछली का वजन हुआ जिसमें करीब 10 लाख लागत आई, एवं 23 टन मछली का उत्पादन लिया गया जिससे 20 लाख की आमदनी हुई।

इसके अलावा निकट ही ग्राम पंचायत राजोरा का 0.5 हेक्टर तालाब कलेक्टर खंडवा द्वारा 10 वर्षीय पट्टे पर उपलब्ध कराया गया है, जिसमें रंगीन कॉमन कार्प मछली का उत्पादन किया गया है जो कि जिले में अभी तक इस प्रकार कलर वाली मछली का पालन प्रथम बार हुआ है इससे किसानों एवं मत्स्य पालक में रुचि बढ़ी एवं आए दिन जिले के मत्स्य पालक द्वारा फार्म का अवलोकन कर स्वयं भी संरचनाएं बना रहे हैं। मत्स्य पालक विभाग के द्वारा आवश्यक मार्गदर्शन समय समय पर किसान को प्रदाय किया जा रहा है। सहायक संचालक मत्स्य उद्योग द्वारा बताया गया है कि छोटे पॉलीबॉन्ड बनाकर ट्यूबवेल कुआं के माध्यम से पानी की उपलब्धता बनाए रखकर तथा ऑक्सीजन ब्लोअर चलाकर पंगेशियस मछली पालन सघन मात्रा में किया जा सकता है यहा मछली पूरी तरह से फ्लोटिंग फीड पर निर्भर रहती है।