डेयरी फार्म ने बदली किस्मत
डेयरी फार्म ने बदली किस्मत

ग्राम पचौहा, विकासखंड जैतहरी की रहने वाली आरती शर्मा 2018 से राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अन्र्तगत तुलसी स्व सहायता समूह से जुड़ कर अपनी व अपने परिवार की आजीविका चला रही हैं। आरती के घर में पति, एक वृद्ध ससुर व तीन बच्चें हैं। समूह से जुडऩे से पूर्व इनके परिवार की पर्याप्त आय न होने के कारण आजीविका चलाने में कठिनाई होती थी। वर्ष 2018 में आरती शर्मा तुलसी स्व सहायता समूह से जुड़ीं व समूह से प्रथम ऋण राशि 25000 रुपए लेकर अपने पति के लिए 2 गाय खरीद कर डेयरी फार्म स्थापित किया, जिससे धीरे-धीरे दूध का उत्पादन कर आमदनी प्रारंभ हो गई। फिर दूसरी बार ऋण लेकर 2 भैंसें खरीदीं। आज की स्थिति में इनके पास 4 दुधारू पशु एवं 2 बछडें़ हैं। इनकी डेयरी से रोजाना लगभग 25-30 लीटर दूध का उत्पादन हो जाता है। दूध का विक्रय विकासखंड जैतहरी में करते हैं व इसके अलावा पचौहां में भी स्थानीय स्तर पर विक्रय करते हैं। डेयरी फार्म से प्राप्त आय से उन्होंने घर में ही एक किराने की दुकान खोली, जिसे आरती के ससुर संचालित करते हैं। धीरे-धीरे आय बढऩे के साथ ही आरती ने एक सिलाई मशीन खरीदी और कपड़े सिलने का कार्य प्रारंभ किया। जिससे ग्रामीण स्तर पर मिलने वाला सिलाई का कार्य आरती करने लगीं। अब वह बेहतर आय अर्जित कर रही हैं। आरती पचौंहा ग्राम के लक्ष्मी ग्राम संगठन में सदस्य के रूप में भी जुड़ी हुई हैं।

दो से तीन गतिविधियों का कर रही हैं संचालन
वर्तमान की स्थिति में आरती डेयरी फार्म,सिंलाई कार्य व किराना व्यवसाय का कार्य कर रहीं हैं। इसके अलावा उनके पति के द्धारा कृषि कार्य भी किया जा रहा है। उन्होने समूह से कुल 4 बार कुल डेढ़ लाख रुपए की ऋण राशि ली और इसमें से कुल 1.15 लाख रू राशि चुकता कर दी। कुल मिलाकर समूह द्धारा सहायता प्राप्त इन गतिविधियों से आरती को 10 से 12 हजार रू. की मासिक आमदनी हो जाती है, जिससे वह अत्यधिक प्रसन्न हैं। अब अपने परिवार में हो रही आमदनी से एक मोटरसायकल व अन्य सामग्री खरीद ली है। समूह से जुड़कर आरती बेहद खुष हैं और आत्मसम्मान के साथ जीवन जीते हुए आत्मनिर्भर हो गई हैं।