मध्यप्रदेश में फसलों पर टिड्डी दल के रूकने वाले स्थानों पर नियंत्रण के लिए ठोस उपाय किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिन-जिन स्थानों पर टिड्डी दलों के रूकने की संभावना है वहां ट्रेक्टरचलित स्प्रे-पंपों के साथ ही फायर बिग्रेड से भी छिड़काव किया जा रहा है ताकि किसानों की फसलों को सुरक्षित रखा जा सके।
वैसे आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के उज्जैन, शहडोल, जबलपुर एवं भोपाल संभागों में टिड्डी दल के सक्रिय होने पर इनके नियंत्रण के लिये किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि मंगलवार को भोपाल संभाग के विदिशा जिले के ग्यारसपुर विकासखंड के ग्राम सिमरहार में लगभग 4 किमी आकार के एक टिड्डी दल का रात्रिकालीन ठहराव हुआ, जिस पर 2 फायर ब्रिगेड द्वारा लगभग 80 लीटर कीटनाशकों का छिड़काव कर नियंत्रण की कार्यवाही की गई।
इसी प्रकार उज्जैन संभाग के आगर मालवा जिले के नलखेड़ा विकासखंड के पराना, गूजरखेड़ी एवं धनोला ग्राम एक टिड्डी दल पर 2 ट्रेक्टरचलित स्प्रेपंपों एवं 1 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कर नियंत्रण की कार्यवाही की गई। जबलपुर संभाग के सिवनी जिले के कुरई विकासखंड के सकाटा ग्राम के वन क्षेत्र में 1 टिड्डी दल का रात्रिकालीन ठहराव हुआ। शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड के ग्राम कालीदूधी एवं हर्रा में 1 टिड्डी दल के ठहराव की स्थिति में रात्रिकालीन 2 फायर ब्रिगेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कर नियंत्रण की कार्यवाही की गई।
ज्ञातव्य है कि टिड्डियों के दल को नियंत्रित करने पूरे देश में कृषि विभाग ने अलर्ट जारी किया हुआ है। खासकर कई राज्यों में तो विशेष सतर्कता बरतने की बात कही जा रही है। ये टिड्डी दल एक रात में ही फसलों को चौपट कर देता है और वहां से उड़कर दूसरे स्थान पर चला जाता है। इसलिए इनसे सुरक्षा की खासी तैयारियां की जा रही हैं।