भारतीय अर्थव्यवस्था में पशुपालन के महत्व को देखते हुए भारत सरकार द्वारा अब खेती फसलों के साथ पशुपालन के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत 15 नवंबर 2021 से 15 फरवरी 2022 तक विशेष किसान क्रेडिट कार्ड अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप दुधारू गाय, भैंस, बकरी तथा मुर्गियों का पालन करने वाले पशुपालकों को अब उनकी पुनरावर्ती खर्चों जैसे दाना, चारा, बीमा इत्यादि हेतु 01 प्रतिशत ब्याज दर पर लोन दिए जाएंगे। जिससे पशुपालकों द्वारा पशुपालन को आजीविका का मुख्य स्रोत बनाया जा सके। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा सभी पशुपालकों से अपील की गई है कि वे सभी अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय, पशु औषधालय अथवा कृत्रिम गर्भाधान केंद्र से संपर्क कर जल्द से जल्द अपना किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हेतु आवेदन करें ताकि उन्हें शासन द्वारा प्रदान की जा रही न्यूनतम दर पर लोन प्राप्त कराया जा सके एवं उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त हो।

किसान क्रेडिट कार्ड फायदे

किसान क्रेडिट कार्ड से किसानों को जल्द से जल्द लोन मिल जाता है.
किसानों को बहुत कम दस्तावेज देने होते हैं.
लोन अदा करने के लिए ज्यादा समय मिलता है.
तीन साल तक की अवधि के लिए लोन मिल जाता है
अगर फसल बर्बाद होती है तो लोन चुकाने कि अवधि को आगे बढ़ाया जा सकता है.
इसमें किसानों को ब्याज कम देना पड़ता है.
किसानों को बीमा का भी फायदा मिलता है.
उर्वरकों, बीजों आदि की खरीद में डिस्काउंट मिलता है.

फसल बीमा भी

इससे किसानों को कर्जा मिल रहा है उस की ब्याज दर कम होती है जिसकी वजह से किसान आसानी से कर ले सकता है वह सरकार की तरफ से होता है इसीलिए किसान क्रेडिट कार्ड सुविधा सबसे अच्छी सुविधा है इसमें किसान को 50000 से 300000 तक का कर्ज दिया जाता है जिसके ब्याज दर छह: माह तक 4 प्रतिशत तथा एक साल के लिए 7 प्रतिशत परसेंट होती है जो किसानों के लिए बहुत ही अच्छी है इस किसान क्रेडिट कार्ड की वजह से किसान अपनी फसल का बीमा भी करवा सकते हैं जिस किसी भी कारण से अपनी फसल नष्ट होने पर उनको मुआवजा भी दिया जाता है जैसे बाढ़ की स्थिति में फसल का डूब के नष्ट हो जाना या सूखा पडऩे पर फसल का जल जाना आदि सुविधाओं में यह किसान क्रेडिट कार्ड बहुत ही ज्यादा काम आता है।

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