जिले में सौर सुजला योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ग के किसानों को कृषि प्रयोजन हेतु सिंचाई कार्यो के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अत्यंत आकर्षक अनुदान एवं रियायती दरों पर सोलर पम्प उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस योजना से ऐसे किसान जिनके पास जल स्त्रोत तो पूर्व से उपलब्ध था, किन्तु बिजली कनेक्शन न होने की वजह से वे या तो डीजल अथवा अन्य महंगे ईंधन का उपयोग कर सिंचाई करते थे या सिंचाई के लिये सिर्फ वर्षा के जल पर आश्रित थे। वे अब सोलर पम्प के माध्यम से कृषि प्रयोजनों में सिंचाई कर रहे हैं। अब तक जिले में योजनांतर्गत 2337 नग सिंचाई सौर पम्पों की स्थापना की गई है।
जिले के विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के ग्राम पसला के किसान श्री गुलाब ठाकुर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि सौर सुजला योजनान्तर्गत सोलर सिंचाई पंप लगने से खेती-किसानी को प्रोत्साहन मिल रहा है। सोलर पंप से फसल सिंचाई हेतु सुविधा मिलने के कारण हमे खेती करने में बहुत सुविधा हो रही है। सोलर पंप स्थापना के पूर्व फसल बोने के बाद खेतों में सिंचाई हेतु पूरी तरह से बरसात पर ही निर्भर थे। बरसात अच्छी होने पर फसल अच्छी होती है तथा बरसात न होने या कम होने पर फसल खराब हो जाती थी जिससे आर्थिक नुकसान होता था। सोलर पंप स्थापना के बाद पानी की पर्याप्त सुविधा होने से खेती से भरपूर लाभ ले रहे हैं। इस हेतु उन्होंने राज्य शासन एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है।
उल्लेखनीय है कि योजनांतर्गत जिले में फेस-1 में विकासखंड सोनहत को 112, भरतपुर को 24, खडगवां को 38, बैकुण्ठपुर को 28 एवं मनेन्द्रगढ को 21, फेस-2 में विकासखंड सोनहत को 174, भरतपुर को 285, खडगवां को 133, बैकुण्ठपुर को 162 एवं मनेन्द्रगढ को 101 एवं फेस-3 में विकासखंड सोनहत को 91, भरतपुर को 494, खडगवां को 104, बैकुण्ठपुर को 106 एवं मनेन्द्रगढ को 181 की प्राप्ति हो गई है।