पंडरिया विकासखण्ड के वनांचल ग्राम पंचायत डालामौहा के भैसाडबरा गांव में वन अधिकार क्षेत्र अधिनियम के तहत हुए क्लस्टर विकास से विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा समूदाय के लोगो के जीवन में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की अमीट छाप देखने को मिलती है। इस योजना से इनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है जिससे उन्हें स्वारोजगार के साथ-साथ स्वालंबन की दिशा भी मिली है।
ग्राम डालामौहा में बैगा समुदाय के चारू पिता अहिरा को मनरेगा योजना से लाभ मिला है। भूमि सुधार हो जाने से चारू और उसका परिवार अब साल भर फसल ले रहा है। धान, बुट्टा, कोदो-कुटकी एंव सब्जी भाजी उत्पादन इनके आमदनी का जरिया बन गया है। भूमि सुधार के बाद खेती किसानी के लिए सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता साल भर हो इसके लिए चारू को कुंआ एवं डबरी से लाभान्वित किया गया। रोजगार गारंटी योजना से 1 लाख 24 हजार रूपए की लागत से 2020 का डबरी बनाया गया। डबरी निर्माण के कार्य में चारू और उसके परिवार सहित अन्य बैगा समुदाय के लोगो को 524 मानव दिवस का रोजगार मिला जिसमें 91 हजार 3 सौ 10 रूपए का मजदूरी भुगतान प्राप्त हुआ। डबरी बनाने में चारू के परिवार से तीन लोग निरन्तर कार्य करते रहें। अब चारू और उसका परिवार डबरी में मछली पालन कर आमदनी कमा रहा है। पास के बाजार में मछली बिक जाया करता है। इसी तरह अपनी बाड़ी में चारू ने कुंआ निर्माण भी कराया है।