छत्तीसगढ़ में किसानों को खरीफ फसलों की खेती के लिए ऋण एवं आदान सहायता समितियों से दिए जाने की शुरूआत हो चुकी है। इस साल खरीफ सीजन में सरकार द्वारा राज्य के किसानों को 5300 करोड़ रूपए का ऋण दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। बीते वर्ष खरीफ सीजन में 4700 करोड़ रूपए के ऋण वितरण के लक्ष्य विरूद्ध 12 लाख 65 हजार से अधिक किसानों को 4704 करोड़ 64 लाख रूपए का अल्पकालीन ऋण प्रदान किया गया था। खरीफ सीजन 2021 के लिए अब तक 95 हजार से अधिक कृषकों को 344 करोड़ रूपए का ऋण दिया जा चुका है।
खरीफ सीजन 2021 के लिए सहकारी समितियों में खाद-बीज का भंडारण भी तेजी से कराया जा रहा है। खरीफ सीजन में 7 लाख 25 हजार मीटरिक टन रासायनिक उर्वरक के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक एक लाख 62 हजार 886 मीटरिक टन उर्वरकों का भंडारण किया जा चुका है। किसानों द्वारा रासायनिक उर्वरकों का अब तक 32 हजार 631 टन का उठाव किया जा चुका है। कृषि विभाग ने किसान भाईयों से, समितियों से रासायनिक खाद का अपनी आवश्यकता के अनुरूप अग्रिम उठाव की अपील की है ताकि खरीफ सीजन के पीक समय में खाद के लिए सोसायटियों का चक्कर न लगाना पड़े। खाद का अग्रिम उठाव करने से सोसायटियों के गोदाम में स्थान रिक्त होगा और वहां की भंडारण क्षमता और मांग के अनुरूप रासायनिक खाद की आपूर्ति करने में आसानी होगी।
राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने तथा विष रहित खाद्यान्न उत्पादन के उद्देश्य से समितियों के माध्यम से किसानों को मात्र दस रूपए किलो की दर से वर्मी कम्पोस्ट प्रदाय की जा रही है। वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण राज्य के गौठानों में महिला स्वसहायता समूह द्वारा किया गया है। गौठानों में उच्च जैविक विशेषता वाली सुपर कम्पोस्ट खाद भी तैयार की जा रही है। शासन ने किसानों को सुपर कम्पोस्ट खाद मात्र 6 रूपए किलो में सोसायटियों के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। सोसायटियों में वर्मी कम्पोस्ट के साथ-साथ सुपर कम्पोस्ट खाद की आपूर्ति भी जल्द शुरू होगी। सोसायटियों में भंडारित 2 लाख 21 हजार क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट खाद में से अब तक सवा लाख क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट का उठाव किसानों द्वारा कर लिया गया है। समितियों में अभी भी लगभग 97 हजार क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद उपलब्ध है। इसका भंडारण भी समितियों में अनवरत जारी है।
खरीफ सीजन 2021 के लिए समितियों में विभिन्न प्रकार की फसलों के प्रमाणिक बीज का भंडारण भी मांग के अनुसार किया जा रहा है। अब तक समितियों में विभिन्न प्रकार के 3,13,836 क्विंटल धान बीज सहित अन्य खरीफ फसलों के लगभग 21 क्विंटल बीज का भंडारण किया जा चुका है, जिसका वितरण किसानों को उनकी डिमांड के आधार पर किया जा रहा है।