कृषि विभाग के उपसंचालक पी. एस. दीवान ने कोरिया जिले के सभी किसानों को सूचित करने के उद्देश्य से बताया कि अभी अच्छी बरसात हो रही है। जो उड़द, मूंग एवं मक्का फसल के लिये लाभप्रद होगी। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को खेत में पानी निकासी की उत्तम व्यवस्था करने की भी सलाह दी है। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि सब्जीवाले खेतों में पानी निकासी की व्यवस्था करें। बरसात होने के कारण खेतों में नमी पर्याप्त है। इसलिये खेतों की ग्रीष्मकालीन जुताई या गहरी जुताई आवश्यक रूप से करें, मिट्टी पलट जाने से कीड़े के अण्डे नष्ट हो जाते हैं एवं तेज धूप पडऩे एवं खरपतवार के बीज मिट्टी के नीचे दब जाने के कारण नष्ट हो जाते हैं। मिट्टी में पानी सोखने की क्षमता एवं भुरभुरी होती है तथा तेज धूप पडऩे के कारण मिट्टी स्वमेव उपचारित हो जाती है। इसलिये कृषकों को गहरी जुताई करने की सलाह दी जाती है।
इसी प्रकार उन्होंने आगे बताया है कि खरीफ सीजन प्रारम्भ हो गया है। कृषकों को सलाह दी जाती है कि कृषक समिति से प्रमाणित एवं गुणवत्तायुक्त ही बीज खरीदे, खरीफ फसलों हेतु सहकारी समितियों में धान प्रमाणित एम.टी.यू.-1010, आई.आर.-64, डी.आर.आर-42 आदि बीजों का कुल 5 हजार 423 क्विंटल एवं समस्त उर्वरकों का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण कर दिया गया है। कृषक अपनी आवश्यकता अनुसार नगद, के.सी.सी. पर समिति से बीज प्राप्त कर सकते हैं।
कृषकों को सलाह दी जाती है कि निजी बीजविक्रेताओं से हाईब्रीड धान या अन्य बीज क्रय करते समय जरूरी बिन्दुओं की जानकारी अवश्य लें जैसे – बीजनिर्माण एवं अवसान तिथि क्या है, बीज पकने की अवधि क्या है, बीज क्रय की रसीद आवश्यक रूप से लें एवं बीज का लॉट नं. अवश्य लिखवायें, बीज विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें, खेत की स्थिति अनुसार बीज किस्म का चयन करें एवं बीज का अंकुरण प्रतिशत आदि बातों का ध्यान रखते हुए निजी बीज विक्रेताओं से क्रय करें। उन्होंने खरीफ फसलों के सहकारी विक्रय दर की जानकारी दी है, जिसके अनुसार धान मोटा 2304 रू., धान पतला 2592 रू., अरहर 8880 रू., उड़द 8640 रू., मूंग 9120 रू., तिल 11520 रू., मूंगफली 7680 रू. एवं रामतिल 8208 रू. प्रति क्विंटल है।