फसल बीमा
फसल बीमा

खेत में किसान मेहनत के साथ-साथ अपना सब कुछ दाव पर लगा देता है और जब उस फसल को आपदा के कारण क्षति होती है, तो किसान पर क्या गुजरती है, इसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। इस कठिन परिस्थिति से निकालने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी कई कल्याणकारी योजनायें संचालित की हैं।

गोटेगांव विकासखंड के ग्राम मेख के कृषक नीलाम्बर सिंह मेहरा ने अपने खेत में खरीफ की फसल लगाई। उन्हें ज्ञात था कि विपदा के समय यदि फसल नष्ट हो गई तो क्या होगा, तो इस संकट से उबरने के लिए उन्होंने अपनी फसल का बीमा भी कराया था। फिर भी उन्हें मन में संशय था कि फसल बीमा की राशि उन्हें मिल भी पायेगी या नहीं। उनकी लगाई खरीफ की फसल प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई। उनका मनोबल भी गिरने लगा और उनके परिवार को भी चिंता हुई कि इस विपदा से उन्हें कौन निकालेगा। ऐसी विपदा में किसान की मदद के लिए मध्यप्रदेश की सरकार आई। नीलाम्बर मेहरा को जब 18 हजार 400 रूपये की फसल बीमा दावा राशि उनके बैंक खाते में आने की सूचना मिली तो उनके परिवार में खुशी की लहर छा गई और उनकी चिंता दूर हुई।

नीलाम्बर सिंह मेहरा कहते हैं कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों के साथ खड़ी है। संकट के समय मध्यप्रदेश सरकार किसानों की चिंता को दूर कर रही है। अब मैं और मेरा परिवार अगली फसल के लिए भी तैयार है और यदि फिर से विपदा आती है तो मध्यप्रदेश सरकार हमारे साथ है। अब चिंता की बात नहीं है। उनके खाते में 18 हजार 400 रूपये की राशि पाकर वे और उनका परिवार अत्यंत प्रसन्न हैं।