ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने जिले में गौशालाओं का संचालन, उपार्जन कार्य, बांस एवं काष्ठ शिल्प तैयार करनें का कार्य, सिलाई, कढ़ाई सब्जी उत्पादन , सौंदर्य सामग्री साबुन, सेनेटाईजर, सेनेटरी संबंधित कार्य शुरू किए है। ग्रामीण परिवेश होने के कारण महिलाओं ने कृषि एवं उद्यानिकी की गतिविधियां भी शुरू की।
महिलाओं ने व्यवसायिक खेती करना प्रारंभ किया। महिलाओं ने 105 हेक्टेयर में हल्दी एवं अदरक का उत्पादन प्रारंभ किया है। ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इन महिलाओं को जहां उद्यानिकी विभाग एवं एजीएम एनजीओ के माध्यम से तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया गया है वहीं उत्तम बीज एवं उत्पादित हल्दी एवं अदरक के विपणन की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
ग्राम रक्शा निवासी ग्राम संगठन से जुड़ी महिला शक्ति समूह की सदस्य आशा सिंह ने बताया कि मैं पूर्व में परंपरागत तरीके से खेती करती थी, आजीविका मिशन के माध्यम से स्व सहायता समूह में जुडनें के बाद प्राप्त प्रशिक्षण एवं एक्सपोजर के बाद मुझे अनुभव हुआ कि परंपरागत खेती छोड़कर उद्यानिकी फसलों का उत्पादन कर अधिक लाभ कमाया जा सकता है। स्व सहायता समूह की बैठक के दौरान परिवार से परामर्श करनें के बाद समूह की महिलाओं ने हल्दी एवं अदरक की खेती करनें का निर्णय लिया। पहले ही साल हमनें दो एकड़ क्षेत्रफल में हल्दी की खेती प्रारंभ की है । फसल अच्छी है । अनुमानित एक लाख रूपये तक का लाभ प्राप्त होनें की संभावना है।
कम वर्षा होने के कारण जिले में धान की पैदावार निरंतर घटती जा रही है। इसलिए खेती से आमदनी बढ़ाये जाने के उद्देश्य से स्व सहायता समूह से जुड़े परिवारों के द्वारा अपनी भूमि पर हल्दी एवं अदरक की खेती करना प्रारंभ किया है। यहां की कृषि भूमि का अधिकांश भाग रेतीली-दोमट मिट्टी का है। इस मिट्टी में हल्दी, कंद जैसी अन्य फसलों की औसत पैदावार अच्छी होती है। ऐसी कृषि भूमि पर हल्दी की खेती करने से अधिक आय प्राप्त की जा सकती है। विकासखण्ड मानपुर के 63 ग्रामों के 631 परिवारों के यहां 103 हेक्टेयर में हल्दी उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। एक एकड़ में हल्दी की औसतन पैदावार 45 क्विंटल होती है तथा अदरक की औसतन पैदावार 30 क्विंटल होती है। इस प्रकार हल्दी अदरक की खेती से 36700 रूपये एक परिवार को आमदनी होगी। हल्दी उत्पादन के रकबे में वृद्धि होने से ग्राम करौदीटोला में हल्दी प्रसंस्करण इकाई यूनिट स्थापित की जायेगी।