प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उत्तरप्रदेश के पीलीभीत के लगभग 2830 किसानों ने दूरियां बना ली हैं। यानी फसल बीमा ऐच्छिक होते ही इन किसानों ने फसल बीमा योजना में शामिल होने से इंकार कर दिया है। बीमा योजना में शामिल नहीं होने वाले किसानों को 24 जुलाई क बैकों में लिखित में देना था, वो इस योजना में शामिल नहीं होंगे। वहीं जैसा कि खबरों में बताया जा रहा है कि इस वर्ष खरीफ सीजन में 2830 केसीसी धारक किसानों ने फसल बीमा को लेने से इनकार दिया। वहीं पीलीभीत जनपद में पिछले खरीफ सीजन में फसलों को आंधी-बारिश की खासी मार झेलनी पड़ी थी। पिछले खरीफ सीजन में 46,992 किसानों से दो फीसदी प्रीमियम दर से 3,45,66,063 प्रीमियम वसूला गया था, मगर क्षतिपूर्ति के रूप में मात्र 3167 किसानों को 1,03,12,636 रुपये ही मिल सके।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जनवरी 2016 को एक नई योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) का अनावरण किया था। यह योजना उन किसानों पर प्रीमियम का बोझ कम करने में मदद करेगी जो अपनी खेती के लिए ऋण लेते हैं और खराब मौसम से उनकी रक्षा भी करेगी।
इस योजना का उद्देश्य- प्राकृतिक आपदाओं, कीट और रोगों के परिणामस्वरूप अधिसूचित फसल में से किसी की विफलता की स्थिति में किसानों को बीमा कवरेज और वित्तीय सहायता प्रदान करना। कृषि में किसानों की सतत प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उनकी आय को स्थायित्व देना। किसानों को कृषि में नवाचार एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना। कृषि क्षेत्र में ऋण के प्रवाह को सुनिश्चित करना।