वैसे तो आलू की खेती देश के कई राज्यों में की जाती है, फिर भी उत्तरप्रदेश आलू की खेती के लिए मशहूर है। यहां आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। खासकर आगरा में तो सबसे ज्यादा आलू की फसल ली जाती है और यहां का आलू काफी अच्छा भी होता है। इसे देखते हुए फतेहपुरसीकरी के सांसद राजकुमार चाहर ने गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके आगरा के सींगना में अंतरराष्ट्रीय आलू शोध केंद्र की स्थापना और फतेहपुर सीकरी में पीने के पानी के संकट को हल करने के लिए चंबल नदी से पानी की आपूर्ति किए जाने पर चर्चा की। सांसद ने कहा कि आगरा में सर्वाधिक आलू का उत्पादन किया जाता है। इसके बाद भी उचित सहूलियतें किसान को नहीं मिल पा रही हैं। आलू का अंतरराष्ट्रीय शोध केंद्र अमेरिका के पेरू में स्थिति है। इसकी शाखा आगरा में होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भी अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि आलू समशीतोष्ण जलवायु की फसल है। उत्तर प्रदेश में इसकी खेती उपोष्णीय जलवायु की दशाओं में रबी के मौसम में की जाती है। सामान्य रूप से अच्छी खेती के लिए फसल अवधि के दौरान दिन का तापमान 25-30 डिग्री सेल्सियस तथा रात्रि का तापमान 4-15 डिग्री सैल्सियस होना चाहिए। फसल में कन्द बनते समय लगभग 18-20 डिग्री सेल्सियस तापकम सर्वोत्तम होता है। आलू की फसल विभिन्न प्रकार की भूमि में उगाई जा सकती है, लेकिन बलुई दोमट तथा दोमट उचित जल निकास की भूमि उपयुक्त होती है। आलू की अच्छी फसल के लिए बोने से पहले पलेवा करना चाहिए।