35 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ आदर्श ग्राम गौठान सेलर ग्रामीणों के विकास एवं आजीविका संवर्धन के लिए अब ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित हो चुका है। बिलासपुर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर विकासखंड बिल्हा में स्थित सेलर ग्राम पंचायत में महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। कभी घर की चारदीवारी तक ही सीमित रहने वाली महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होकर हर मोर्चे पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है।
सेलर गौठान में सुराजी गांव योजना के तहत 11 महिला स्व- सहायता को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा गया है। यहां महारानी लक्ष्मीबाई स्व सहायता समूह द्वारा बत्तख पालन सह हरा चारा उत्पादन का काम किया जा रहा है। इस समूह में दस महिलाएं हैं। अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी साहू है। समूह द्वारा लगभग 20 हजार रूपए की प्रतिमाह आय अनुमानित है। पतरकोनी गौरेला में सहकारी समिति से अण्डा खरीदी के लिए अनुबंध किया गया है। शिव शक्ति स्व सहायता समूह द्वारा दोना पत्तल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। समूह द्वारा प्रतिमाह 366000 दोना निर्माण किया जाना अनुमानित है।
जागृति समूह द्वारा मशरूम उत्पादन-11 सदस्यीय इस समूह की अध्यक्ष श्रीमती गंगा देवी सूर्यवंशी है। इनके द्वारा 75 किलो मशरूम का उत्पादन कर 8 हजार रूपए प्रतिमाह की आय अनुमानित है।
मछली पालन-कालिका मछुवारा स्वसहायता समूह द्वारा 30 क्विंटल वार्शिक मछली उत्पादन कर लगभग तीन लाख रूपए की वार्षिक आय अनुमानित है। वर्मी कम्पोस्ट एवं वर्मी वाश उत्पादन -ग्वालपाल महिला स्वसहायता समूह द्वारा 20 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट एवं 27 लीटर वर्मी वाश का उत्पादन किया गया है। मुर्गी पालन -जयमाता सरई श्रृंगार स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा मुर्गी पालन किया जा रहा है। इससे उन्हें 30 हजार रूपये प्रतिमाह अनुमानित आय होगी। गोबर गैस प्लांट-सखी-सहेली समूह की 10 महिलाओं द्वारा गोबर धन योजना के तहत् 15 किलो गैस का उत्पादन किया जा रहा है।
बकरी पालन -ग्वालपाल महिला समूह द्वारा बकरी पालन किया जा रहा है। इससे 03 लाख वार्शिक आयु अनुमानित है।
बाड़ी विकास एवं सब्जी उत्पादन -आरती समूह एवं जय मां कालिका समूह द्वारा बाड़ी विकास एवं सब्जी उत्पादन का कार्य सेलर गौठान में किया जा रहा है। इनके द्वारा टमाटर, गोभी, बैगन, मूली, पालक, लाल भाजी, ककड़ी, खीरा एवं मेथी जैसी सब्जियां एवं भाजियां बाड़ी में लगाई गई हैं। इनके उत्पादन से प्रतिमाह लगभग 15 हजार रूपये की आय समूहों को मिलेगी।